गहराइयों से आपको चरण स्पर्श और, मेरा प्रणाम है...! गहराइयों से आपको चरण स्पर्श और, मेरा प्रणाम है...!
कर्मठता पहचान है जिनकी शिक्षक ऐसे होते हैं। जय हो शिक्षकगण, जय हो शिक्षकगण।। कर्मठता पहचान है जिनकी शिक्षक ऐसे होते हैं। जय हो शिक्षकगण, जय हो शिक्षकगण...
जो हमें जमीं से उठा कर आसमां पर बिठा देते हैं। जो हमें जमीं से उठा कर आसमां पर बिठा देते हैं।
ज्ञान की जोत से जगमग करते, करवाते अंतस् से साक्षात्कार। ज्ञान की जोत से जगमग करते, करवाते अंतस् से साक्षात्कार।
कहते हैं सब गुरु भगवान् होता है, मगर मेरा गुरु मेरा भगवान नहीं। कहते हैं सब गुरु भगवान् होता है, मगर मेरा गुरु मेरा भगवान नहीं।
विद्यालय है मंदिर मेरा शिक्षक देव समान। विद्यालय है मंदिर मेरा शिक्षक देव समान।